🚩 पीपा जयंती पर, पीपा क्षत्रिय राजपूत समाज का महाअभियान- जातीय पहचान और स्वाभिमान की पुनःस्थापित 🚩
🔴 पीपा जयंती 2025 के प्रमुख बिंदु 🔴
12 अप्रैल 2025 को केवल पीपा जयंती नहीं, बल्कि अपने समाज के गौरव, स्वाभिमान और पहचान को पुनः स्थापित करने का महाकुंभ होगा। इस दिन पूरे देश में शोभायात्रा निकलेगी और समाज की पीपा क्षत्रिय राजपूत जातीय पहचान को ओबीसी में दर्ज कराने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। यह आयोजन केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक आंदोलन होगा।
पीपा जयंती के कार्यक्रम कि रुपरेखा डाउनलोड करे
प्रिय पीपा क्षत्रिय राजपूत समाज बंधुओं,
हर वर्ष कि भाति इस वर्ष भी पीपा जयंती कि सोभायात्रा देश के हर कोने से बड़ी धूम दृधाम से निकलेगी, लेकिन इसबार यह केवल एक पीपा जयंती का नहीं, बल्कि हमारे गौरव, स्वाभिमान और क्षत्रिय पहचान को पुनः स्थापित करने का महाकुंभ है। 12 अप्रैल 2025 को हम सब मिलकर इतिहास रचेंगे दृ यह दिन हमारी पहचान और समाज के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगा।
इस बार पूरे देश में एक साथ पीपा जयंती की शोभायात्रा के साथ-साथ पीपा क्षत्रिय राजपूत समाज की जातीय पहचान कोOBC में वर्ग में दरजी के स्थान पर पीपा क्षत्रिय राजपूत कि स्पष्ट जातीय पहचान के रूप में दर्ज कराने के लिए देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस वर्ष की पीपा जयंती केवल एक परंपरागत उत्सव नहीं होगी, बल्कि यह हमारे समाज के गौरवशाली इतिहास को पुनर्स्थापित करने का महाकुंभ बनेगी। यह दिन केवल एक स्मरण दिवस नहीं, बल्कि अपनी पहचान, अस्तित्व, और स्वाभिमान को पुनर्जीवित करने का संकल्प दिवस होगा।
हम पीपा क्षत्रिय राजपूत समाज के लोग संघर्ष, शौर्य और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। हमारी पहचान को धूमिल करने के जो भी प्रयास हुए हैं, इस महाकुंभ में हम उन पर प्रहार करेंगे और अपनी संगठित शक्ति का परिचय देंगे।
🔴 पीपा जयंती 2025 के प्रमुख बिंदु 🔴
प्रत्येक जिले और राज्य में समाज के लोग संगठित होकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे।
शोभायात्रा एव ज्ञापन सौंपने की पूरी प्रक्रिया का फोटो और वीडियो बनाना, तथा ज्ञापन कि न्यूज देश के प्रमुख अखबार, इलेक्ट्रिकल मीडिया में आये यह सुनिचित व्यवस्था करना.
1.झंडा, प्रतीक चिन्ह और अन्य सामग्रियों का उपयोग
हर घर, दुकान, प्रतिष्ठान और वाहन पर समाज का प्रतीक चिन्ह और झंडा लगाया जाएगा, 12 अप्रैल को सभी पीपा क्षत्रिय राजपूत घरों पर केसरिया ध्वज फहराया जाये, झंडे का आकार 6X8 फीट या 4X3 फीट होना चाहिए, झंडे के एक ओर संत पीपा जी और माता सीता का चित्र होगा, दूसरी ओर समाज का प्रतीक चिन्ह होगा, जिसके नीचे पीपा क्षत्रिय राजपूत लिखा होगा।
सभी पीपा क्षत्रिय राजपूत बंधुओ के वाहनों पर 12 अप्रैल को समाज के प्रतिक चिन्ह का स्टिकर अनिवार्य रूप से लगाया जाए।
प्रत्येक समाजजन को पीपा जयंती कि शोभायात्रा में प्रतीक चिन्ह का बैज ठंकहम लगाना अनिवार्य होगा।
2. शोभायात्रा का भव्य आयोजन
🚩 शोभायात्रा का प्रारंभ शाही अंदाज में किया जाएर:
✅ शोभायात्रा में सबसे आगे 6X8 फीट का समाज का ध्वज रहेगा, जिसमे एक तरफ संत पीपा जी- माता सीता और दूसरी तरफ समाज का प्रतिक चिन्ह का लगा हो।
✅ 5X3 फीट का संत पीपा जी का बैनर रहेगा। 2 घोड़े यदि संभव हो तो शोभायात्रा में रखे ।
✅ शोभायात्रा में ढोल-नगाड़े, बैंड-बाजे और DJ पर राजपूती धुनें बजाई जाएंगी।
✅ पूरे जुलूस में गुलाल उड़ाकर समाज की एकता और गौरव का प्रदर्शन किया जाएगा।
✅ नारे गूंजेंगे- पीपा क्षत्रिय राजपूत समाज की जय! जय संत पीपा जी महाराज! जय पीपा क्षत्रिय राजपूत! जय राजपुताना! जय माता सीता! जय गढ़ गागरोन!
🚩 रैली के दौरान ज्ञापन भव्यता के साथ सौंपा जाएगा।
3. समाज की उपस्थिति और दायित्व
🚩 प्रत्येक पुरुष और महिला की उपस्थिति अनिवार्य होगी।
🚩 रैली में अनुपस्थित रहने पर ₹1500 का जुर्माना लगाया जाए, 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, गंभीर रूप से बीमार लोग और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को उपस्थिति में छूट दी जाए।
🚩 हर 50 सदस्यों के लिए एक कार्यकर्ता नियुक्त किया जाएगा, जो उपस्थिति की निगरानी करेगा उदाहरण रू 5000 या अधिक समाजजनों की संख्या होने पर 100 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई जाएगी जो उपस्थिति लेगी।
4. पीपा जयंती कि शोभायात्रा में शामिल होने के लिए ड्रेस कोड और विशेष निर्देश:
🚩 पुरुषों के लिए: सफेद पायजामा-कुर्ता या सफेद पैंट-शर्ट पहनें। केसरिया साफा अनिवार्य रूप से पहनें।
🚩 महिलाओं और बच्चों के लिए : पारंपरिक राजपूती परिधान में आएं। प्रतीक चिन्ह की पट्टियाँ (तख्तियाँ) लेकर चलें। छाती के दाईं ओर हर व्यक्ति को प्रतीक चिन्ह वाला बैज अनिवार्य रूप से लगाना होगा।
5. जो लोग अपने गृह राज्य से बाहर हैं, वे ऐसे भाग लेंगे
अगर कोई व्यक्ति अपने जिले या राज्य से बाहर है, अपने गृह नगर कि पीपा जयंती में नहीं आ सकता हैं तो स्थानीय जहाँ पर हैं वहां के स्थान पर होने वाली पीपा जयंती कि शोभायात्रा में अपनी उपस्थिति को दर्ज करवाकर CM/PM को ज्ञापन सौंपने में अपनी भागीदारी निभाएगा, उसने वास्तव में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई हैं इसके लिए ज्ञापन सौंपने की फोटो इसमे उसका चेहरा भी दिखे वाली फोटो अपने गृह नगर के प्रमुख सदस्य या अध्यक्ष को भेजनी होगी, नहीं तो वह सदस्य अनुपस्थित माना जाएगा। इससे हर व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित होगी और समाज की एकता मजबूत होगी।
आंदोलन का उद्देश्य और समाज की एकजुटता
पीपा क्षत्रिय राजपूत की जातीय पहचान को OBC में दर्ज कराने के लिए यह एक ऐतिहासिक आंदोलन होगा, समाज की एकता, गौरव और पहचान को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर समाज की एकता और प्रचार अभियान
सभी समाजजन अपने Whatsup status, facebook और Teligram, instgram प्रोफाइल पर समाज का प्रतीक चिन्ह लगाएंगे।
facebook और Teligram, instgram, Whatsup status स्टेटस और ग्रुप में केवल पीपा जयंती और समाज से जुड़े संदेश साझा किए जाएँ। पूरे देश में अधिक से अधिक लोगों को इस महाअभियान से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का पूर्ण उपयोग किया जाएगा।
🚩यह सिर्फ एक जयंती नहीं, स्वाभिमान जागरण आंदोलन है!🚩
अब संकोच नहीं, अब विलंब नहीं - समाज को संगठित करने और अपनी पहचान को पुनः स्थापित करने का समय आ गया है!
अब जातीय पहचान को मजबूती से स्थापित करने का संकल्प लेना है!
अब अपने गौरव और स्वाभिमान को पुनः जाग्रत करने का समय आ गया है!
हर समाजजन को इस ऐतिहासिक महाकुंभ में भाग लेना अनिवार्य है!
अब संकल्प लें दृ हम अपने पूर्वजों के गौरव और समाज की पहचान के लिए संगठित रहेंगे!
🚨 मीडिया कवरेज सुनिश्चित करने की रणनीति 🚨
ज्ञापन सौंपने की खबर हर बड़े चैनल की हेडलाइन बने, हर समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित हो, और हर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इसे कवर करे- इसके लिए प्रभावी रणनीति अपनानी होगी।
✅ देशभर के प्रमुख राष्ट्रीय और क्षेत्रीय समाचार पत्रों से संपर्क करें (दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान, राजस्थान पत्रिका, अमर उजाला, नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, दैनिक जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया आदि)। समाज के प्रभावशाली लोग (जिनका प्रेस से संबंध हो) उनका सहयोग लें और अखबारों के संपादकों व रिपोर्टरों से व्यक्तिगत संपर्क करें।समाचार पत्रों में प्रमुखता से कवरेज दिलाने के लिए आवश्यक संसाधनों (विज्ञापन, संपर्क, जनसंपर्क) का पूरा उपयोग करें।
✅ पत्रकारों को पहले से पूरी जानकारी दें और प्रेस रिलीज पहले से तैयार रखें।
✅ सभी समाचार पत्रों के रिपोर्टर्स को कार्यक्रम में विशेष आमंत्रण भेजें और उन्हें लाइव कवरेज करने के लिए प्रेरित करें। हर समाचार पत्र में खबर की कटिंग को सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।
✅ राष्ट्रीय और क्षेत्रीय न्यूज चैनल्स से संपर्क करें।
✅ स्थानीय चैनल्स (राज्य स्तरीय न्यूज चैनल) को भी इस आयोजन की विशेषता समझाकर कवरेज के लिए प्रेरित करें।
✅ प्रभावशाली रिपोर्टर्स और मीडिया हाउसेज से संपर्क कर सुनिश्चित करें कि वे इसे हेडलाइन बनाएं।
✅ मीडिया कवरेज सुनिश्चित करने के लिए, आवश्यकता पड़ने पर जनसंपर्क, सहयोग और अन्य संसाधनों का उपयोग करें।
✅ कार्यक्रम से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करें और न्यूज चैनलों को पहले से जानकारी दें।
✅ रैली और ज्ञापन सौंपने के लाइव फुटेज को चैनलों तक पहुंचाने का विशेष प्रबंध करें।सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रणनीति
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✅ समाज के प्रभावशाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और बड़े ग्रुप्स से संपर्क करें ताकि यह मुद्दा वायरल हो।
✅ हर व्यक्ति अपने स्टेटस, प्रोफाइल और ग्रुप्स में मीडिया कवरेज को पोस्ट करे।
🤝 मीडिया कवरेज सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक संसाधनों का उपयोग सुनिश्चित करें कि हर व्यक्ति इस कार्य में योगदान दे
🔥 हर समाजजन को यह जिम्मेदारी दी जाए कि वे न्यूज चैनलों, अखबारों और सोशल मीडिया पर इसे वायरल करें।
🔥 ज्ञापन सौंपने की हर खबर को हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करें और सुनिश्चित करें कि यह चर्चा का विषय बने।
🔥 प्रत्येक सदस्य अपने स्तर पर मीडिया में इसे प्रमुखता से प्रसारित कराने का प्रयास करे।
🚩यह सिर्फ ज्ञापन नहीं, एक ऐतिहासिक आंदोलन है! इसे देशभर की हेडलाइन बनाना हमारा लक्ष्य है!🚩
अबकी बार, समाज की ताकत का वार,
गौरव गाथा लिखेगा हर अखबार!
क्षत्रिय रक्त, सिंह के सम,
शौर्य हमारा, अद्वितीय दम।
गौ, गीता, गढ़, गुरुदेव,
क्षत्रिय धर्म हमारा देव।
राजपूती आन, बान और शान,
पीपा क्षत्रिय राजपूत का अभिमान।
बलिदान की भूमि, शौर्य की पहचान,
क्षत्रिय कुल का यही स्वाभिमान।
एकता का दीप जलाएंगे,
गौरव का परचम लहराएंगे।
🚩 जय पीपा क्षत्रिय राजपूत समाज! जय राजपुताना! 🚩
Pipa Kshatriya Rajput | Rajput History & Culture
Welcome to the official blog of Pipa Kshatriya Rajput. Here, you will find historical facts, cultural insights, and important updates about the Rajput warrior community.

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